दोस्तों क्या आप जानते हैं कि Social Media Insurance क्या होता है? जी हां, Insurance तो शायद आप सभी को पता ही होगा, लेकिन जब भी Insurance की बात आती है तो आपके मन में केवल Life Insurance, Home Insurance, Car Insurance, Health Insurance आदि इन सभी चीजों का ही ख्याल आता होगा, परंतु अब हम आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि Social Media के जरिए भी Insurance दिया जाता है।
जी हां, टि्वटर, फेसबुक जैसी सोशल मीडिया वेबसाइट पर आप जो भी चीज लिखते हैं, तो उस लिखी हुई चीज के लिए आप बीमा करवा सकते हैं। इसमें आपको किसी घटना विषय या व्यक्ति के बारे में कह सकते हैं और आपको किसी से भी डरने की जरूरत नहीं होती है। ऐसे में अगर आप सोशल मीडिया पर पोस्ट या कमेंट करते हैं और कोई व्यक्ति कमेंट के जरिए आप पर मानहानि का केस कर देता है, तो बीमा कंपनी के जरिए कवर दिया जाता है। अगर इसे आसान भाषा में कहें तो साइबर इंश्योरेंस कहलाता है।
Social Media Insurance क्या होता है?
सोशल मीडिया इंश्योरेंस एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिसमें आप कोई भी पोस्ट या कमेंट करते हैं, तो उसके जरिए अगर आप पर कोई मानहानि का केस करता है, तो इसका कवर बीमा कंपनी आपको देती है, इसे सोशल मीडिया इंश्योरेंस कहा जाता है।
जैसा कि आप जानते ही हैं बीते कुछ सालों से सोशल मीडिया की भूमिका सभी लोगों के जीवन में इतनी ज्यादा बढ़ गई है, कि सभी लोग सोशल मीडिया पर रहना बहुत ही ज्यादा पसंद करते हैं और अपनी सभी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करना सब लोगों को बहुत ही ज्यादा पसंद होता है। देखा जाए तो बीमा कंपनियां भी फेसबुक पेज या ट्विटर खाते के जरिए सोशल मीडिया पर आपके आसपास ही उपस्थित होती है।
परंतु ध्यान पूर्वक क्योंकि बीमा विशेषज्ञों का कहना है, कि बीमा के बारे में जानकारी लेने के लिए सोशल मीडिया बिल्कुल भी विश्वास की पात्र नहीं है, क्योंकि देखा जाए तो सोशल मीडिया पर धोखाधड़ी भी बहुत ही ज्यादा होती है और दूसरी इसकी सबसे बड़ी वजह यह है, कि सोशल मीडिया पर ज्यादा जानकारी इंटरनेट से कॉपी की गई ही होती है और उसकी विश्वसनीयता का कोई भी ऐसा प्रमाण नहीं होता है, कि उस पर विश्वास किया जाए।
सोशल मीडिया बीमा क्यों लें?
सोशल मीडिया इंश्योरेंस लेने का सबसे बड़ा मकसद यह है कि इसके जरिए अगर आपको किसी भी प्रकार की मानहानि होती है तो बीमा के जरिए आपको उसका कवर मिल जाता है, चाहे हजारों में हो, लाखों में हो, या करोड़ों में ही क्यों ना हो, सभी प्रकार का कवर बीमा के द्वारा दिया जाता है।
सोशल मीडिया पर किसी पोस्ट या कमेंट की वजह से अगर आपको मुकदमा झेलना पड़ता है और मुआवजा देने तक की नौबत आ जाती है, तो साइबर इंश्योरेंस के जरिए इस लागत को कवर किया जाता है, इसमें आपको किसी भी तरह का भुगतान नहीं भरना पड़ता है।
इसी तरह से अगर किसी का डेटा या कोई निजी या फिर फाइनैंशल या फिर संवेदनशील प्रकार की जानकारी चोरी हो जाती है, तो उस मामले में भी बीमा कवर दिया जाता है।
सोशल मीडिया बीमा कैसे लें?
अगर आप सोशल मीडिया इंश्योरेंस लेना चाहते हैं, तो इसके 3 तरीके हो सकते हैं, जो हम आपको नीचे बताने जा रहे हैं।
1. एजेंट के द्वारा- सबसे सरल और आसान तरीका होता है, एजेंट के द्वारा जी हां, आप किसी भी कंपनी के एजेंट के द्वारा सोशल मीडिया इंश्योरेंस ले सकते हैं, इसके लिए आपको कहीं पर भी भागा दौड़ी नहीं करनी पड़ती है, एजेंट आपके घर पर आकर सभी प्रकार की प्रक्रिया पूरी करते हैं।
2. ब्रांच के द्वारा- ब्रांच के द्वारा आप किसी भी नजदीकी ब्रांच में जाकर या किसी बीमा कंपनी में जाकर सोशल मीडिया इंश्योरेंस ले सकते हैं, वहां पर आपको फॉर्म भर के जरूरी कागजात जमा करके आराम से सोशल मीडिया इंश्योरेंस मिल जाता है।
3. ऑनलाइन के द्वारा- ऑनलाइन बहुत ही आसान प्रक्रिया होती है, इसके लिए सबसे पहले आपको कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होता है, उसके बाद वहां पर रजिस्ट्रेशन करना होता है, वहां पर से आपको फॉर्म मिल जाता है, इसके बाद आप उसकी हार्ड कॉपी को लेकर नजदीकी ब्रांच में जा सकते हैं और सभी प्रकार के डॉक्यूमेंट के साथ हार्ड कॉपी को जमा कर सकते हैं।
सोशल मीडिया इंश्योरेंस की कंपनी
देखा जाए तो वैसे ही अभी भारत में सोशल मीडिया यूजर्स का इंश्योरेंस नहीं हुआ है, परंतु सोशल मीडिया इंश्योरेंस के लिए बजाज अलियांज देश की पहली ऐसी कंपनी होगी जो इंश्योरेंस पॉलिसी देने जा रही है। इस कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर तपन सिंघल का कहना है, कि अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की पोस्ट या कमेंट करता है और उसकी वजह से किसी भी प्रकार का मुकदमा झेलना पड़े और मुआवजा देने तक की नौबत आ जाती है तो इसकी लागत या कवर साइबर इंश्योरेंस के द्वारा ही दिया जाएगा।
सोशल मीडिया इंश्योरेंस के फायदे
सोशल मीडिया इंश्योरेंस के काफी सारे फायदे हैं क्योंकि यह पर्सनल साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी है, इसके तहत फिशिंग, आईडेंटिटी थेफ्ट, साइबर स्टॉकिंग, शोषण और बैंक अकाउंट की हैकिंग इन सभी चीजों को कवर किया जा सकता है।
इसी के साथ साइबर इंश्योरेंस आईटीआई फर्मो, बैंको, ई कॉमर्स और फार्मा कंपनियों को बेचा जाता है, इसके तहत कॉर्पोरेट को प्राइवेसी और डाटा ब्रीच, नेटवर्क सिक्योरिटी क्लेम्स और मीडिया लायबिलिटी का कवर मिलता है। रिपोर्ट के मुताबिक यह अनुमान लगाया गया है, कि लगभग 500 पॉलिसी ऐसी ली जा चुकी है।
अगर कोई कमेंट यहां पोस्ट करते हुए किसी भी प्रकार की मानहानि होती है, तो प्रीमियम के जरिए आपको किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं भरना होता है, ना ही कमेंट करने वाले को और ना ही केस करने वाले को।
सोशल मीडिया इंश्योरेंस के नुकसान
जिस तरह से सोशल मीडिया का चलन बढ़ रहा है उसी तरह से धोखाधड़ी के नए-नए तरीके भी सामने आ रहे हैं। इन सब चीजों को अंजाम देने के लिए धोखेबाज फर्जी ऐप, हेल्पलाइन नंबर, नकली सोशल मीडिया पेज या टि्वटर खाता इन सभी चीजों का सहारा लेते हैं, जिसकी वजह से ग्राहक की अहम जानकारियों को चुरा लेते हैं और फर्जी घटनाओं को बढ़ावा देते हैं, इसीलिए आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है।
बीमा कंपनी इस पर अपना काम कर रही है, इसी के साथ ट्विटर के जरिए शिकायत करने पर बीमा कंपनी जल्द से जल्द निपटारा करने की कोशिश करती है, परंतु इसमें कई मामले ऐसे सामने आते हैं, जो शिकायतकर्ता बिना किसी आधार के ही शिकायत दर्ज कर देते हैं, इस पर भी रोक लगानी अनिवार्य है।
अगर आप सोशल मीडिया से जुड़ी जानकारी के बारे में सोशल मीडिया पर ही सर्च करते हैं और उसके बाद आपके पास कोई ईमेल या फ़ोन आता है, तो उनसे आप को सावधान रहने की आवश्यकता है, क्योंकि वह आपसे व्यक्तिगत जानकारी जैसे की पॉलिसी नंबर, बैंक खाता या प्रीमियम इत्यादि की जानकारी लेते हैं और फर्जी चीजों को अंजाम देते हैं, इसीलिए अपने बैंक या बीमा से जुड़ी हुई जानकारी किसी के साथ भी साझा ना करें।
निष्कर्ष:-
इस आर्टिकल में हमने आपको इस बारे में जानकारी दी है, कि सोशल मीडिया बीमा क्या होता है और किस प्रकार लिया जाता है। आशा करते हैं आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। इससे संबंधित अगर कोई भी जानकारी चाहिए तो कमेंट सेक्शन में कमेंट कर सकते हैं।