आज के समय में प्रत्येक इंसान के लिए इंश्योरेंस काफी महत्वपूर्ण होता है तथा बड़ी मात्रा में लोग इंश्योरेंस खरीद पा रहे हैं, जिसकी वजह से भारत का इंश्योरेंस मार्केट काफी बड़ा हो चुका है। यही वजह है कि भारत सरकार ने देश के बीमा उद्योग को ऑपरेट करने के लिए भारतीय विनियामक बोर्ड एवं विकास प्राधिकरण एजेंसी का निर्माण किया है, जो संपूर्ण भारतीय बीमा उद्योग को ऑपरेट करती है। इस बात से लगा सकते हैं कि भारत का बीमा कितना बड़ा है और हमारे लिए बीमा कितना महत्वपूर्ण है। आज के समय में हमें हमारे आसपास और हमारे परिवार में कुछ ऐसे सदस्य मिल जाते हैं जिन्होंने अपने लाइफ का इंश्योरेंस करवा कर रखा है या स्वस्थ इंश्योरेंस लिया हुआ है।
आज के समय में संपूर्ण देश और दुनिया भर में बड़ी मात्रा में दुर्घटना होती है, जिनमें मुख्य रूप से सड़क दुर्घटना एक आम बात हो चुकी है। ऐसी स्थिति में हर रोज सैकड़ों की संख्या में लोग दुर्घटना की वजह से मौत के मुंह में चले जाते हैं जिसके बाद उनके परिवार में कोई कमाने वाला नहीं होता है और उनके परिवार को अपनी रोजी-रोटी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। बुढ़ापे के समय माता पिता रोजी रोटी का जुगाड़ नहीं कर पाते हैं तथा अगर कोई व्यक्ति दुर्घटना की वजह से गंभीर घायल हो जाता है या शरीर का कोई अंग भंग हो जाता है, तो वह ना तो कमाने लाइक रहता है और ना ही कोई काम कर सकता है। ऐसी स्थिति में Life Insurance कारगर साबित होते हैं।
अक्सर एक्सीडेंट के बाद लोगों को इलाज के लिए बड़ी राशि खर्च करनी होती है। अमूमन लोगों के पास यह बड़ी राशि नहीं होती है। ऐसी स्थिति में भी लोग अपने शरीर का इलाज नहीं करवा सकते, जिसकी वजह से भी लोग लाइफ इंश्योरेंस खरीद रहे हैं। जैसा कि आपको पता ही होगा भारत में मोटर वाहनों के लिए इंश्योरेंस निर्धारित किया गया है लेकिन उसे इंश्योरेंस पर आपको विदेशों में होने वाले हादसा का कवर नहीं मिलता है आमतौर पर लोग काम की वजह से या भारत के पड़ोसी देशों में लंबी यात्रा के लिए जाते हैं ऐसी स्थिति में अगर भारत से बाहर कोई दुर्घटना हो जाती है तो उन्हें इंश्योरेंस कवर नहीं मिलता है। ऐसी स्थिति में अगर आपने भी इंश्योरेंस लिया है तो आप अपने इंश्योरेंस के तहत एक एक्सटेंशन को ऐड करवा देना चाहिए। इस एक्सटेंशन को Geographical Extension के नाम से जाना जाता है।
Geographical Extension in Insurance in Hindi—
इंश्योरेंस के तहत अगर आपने अपने इंश्योरेंस प्लान के अंतर्गत Geographical extension को ऐड करवा दिया है, तो निर्धारित की गई नियम और शर्तों के अनुसार निर्धारित देशों के अंतर्गत दुर्घटना होने पर भी कंपनियों द्वारा इंश्योरेंस का लाभ प्रदान किया जाता है। यही वजह है कि आज के समय में बड़ी मात्रा में लोग अपने इंश्योरेंस प्लान के तहत ज्योग्राफिकल एक्सटेंशन लगवा रहे हैं। आप भी अपने इंश्योरेंस प्लान के तहत ज्योग्राफिकल एक्सटेंशन को लगवा सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको पहले यह देख लेना चाहिए कि आपने जिस कंपनी से इंश्योरेंस लिया है वह कंपनी सुविधा का लाभ प्रदान करती हैं या नहीं।
लाइफ इंश्योरेंस प्लान के तहत ज्योग्राफिकल एक्सटेंशन लगवाने के बाद आपको भौगोलिक तौर पर भी इंश्योरेंस का लाभ मिल जाता है। Geographical extension एक्सटेंशन के अंतर्गत प्राकृतिक दुर्घटना, सड़क दुर्घटना तथा अन्य दुर्घटना के समय कंपनी द्वारा इंश्योरेंस का लाभ प्रदान किया जाता है। लेकिन इसके अंतर्गत आपको यह देख लेना चाहिए कि कंपनी द्वारा ज्योग्राफिकल एक्सटेंशन के तहत कौन-कौन सी सुविधा दी जाती है। आप अपनी जरूरतों के अनुसार और अपने प्रीमियम का भुगतान के अनुसार सुविधाओं के अंतर्गत ज्योग्राफिकल एक्सटेंशन को अपने इंश्योरेंस प्लान के तहत ऐडऑन करवा सकते हैं।
आमतौर पर आज के समय में लोग अपने वाहनों के लिए भी Geographical extension एक्सटेंशन का उपयोग कर रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि भारत के कुछ पड़ोसी देशों में भारत के लोग तथा भारत के वाहन वहां पहुंचते हैं। ऐसी स्थिति में आप उन देशों के अंतर्गत होने वाली दुर्घटनाओं के अनुसार की खबर प्रदान कर सकते हैं। भारतीय इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा मोटर बीमा पॉलिसी के अंतर्गत ज्योग्राफिकल एक्सटेंशन के अंतर्गत नेपाल, भूटान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका तथा टीम को शामिल किया गया है। आप अपने वाहन को लेकर जाते हैं तो आपको ज्योग्राफिकल इंश्योरेंस एक्सटेंशन को एड अॉन करवा लेना चाहिए।
आमतौर पर जो लोग अपने निजी वाहनों को भारत के पड़ोसी देशों में लेकर जाना चाहते हैं, उन देशों में भी लंबी यात्रा करना चाहते हैं तो यह सोचते हैं कि अगर वहां पर उनके साथ कोई दुर्घटना हो गई, तो उसका भुगतान तो इंश्योरेंस कंपनी नहीं करेगी। ऐसी स्थिति में क्या करें तो आपको चिंता नहीं करनी है केवल आपको अपने मोटर इंश्योरेंस के अंतर्गत ज्योग्राफिकल एक्सटेंशन को ऐडऑन करवा देना है जिसके बाद आप भारत के पड़ोसी देशों में आराम से लंबी यात्रा कर सकते हैं। अगर वहां पर भी आपके साथ कोई दुर्घटना होती है तो कंपनी द्वारा निर्धारित नियम और शर्तों के तहत कवर प्रदान किया जाएगा।
Conclusion
आज के समय में हमें विभिन्न प्रकार के इंश्योरेंस देखने के लिए मिल जाते हैं जिनमें लाइफ इंश्योरेंस हेल्थ इंश्योरेंस मोटर इंश्योरेंस आमतौर पर यह नाम सुनने को मिलते हैं। इसके तहत लोग सबसे ज्यादा लाइफ इंश्योरेंस और मोटर इंश्योरेंस को खरीदते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि आमतौर पर मोटर इंश्योरेंस के तहत विदेशों में होने वाली दुर्घटनाओं के तहत इंश्योरेंस का कवर प्रदान नहीं किया जाता है। ऐसी स्थिति में अगर आप अपने इंश्योरेंस के तहत ज्योग्राफिकल एक्सटेंशन करवा देते हैं, तो कंपनी द्वारा निर्धारित नियम और शर्तों के तहत आपको भी भारत के पड़ोसी देश में आपके वाहन के साथ होने वाली दुर्घटना के तहत भी कवर प्रदान किया जाएगा।
अधिक जानकारी आज के आर्टिकल में हम आपको विस्तार पूर्वक बता चुके हैं। इस आर्टिकल को ध्यान पूर्वक पढ़ने के बाद आपको पता चल जाएगा कि Geographical extension क्या है तथा लाइफ इंश्योरेंस और मोटर इंश्योरेंस के अंतर्गत ज्योग्राफिकल एक्सटेंशन का उपयोग किस तरह से कर सकते हैं और इसके अंतर्गत आपको कौन-कौन से लाभ मिलते हैं। यह भी बताया गया है मोटर वाहन इंश्योरेंस के तहत भारत के कौन-कौन से पड़ोसी देश के लिए ज्योग्राफिकल एक्सटेंशन का लाभ मिलता है। इस बारे में भी आप जान सकते हैं। उम्मीद करते हैं यह जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी। अगर आपका कोई प्रश्न है? तो कमेंट करके पूछ सकते हैं।